श्री तुलसी ड्रॉप्स के चमत्कारी और अफलातून फ़ायदे
SANA HERBAL
SAMTA NAGAR, TIMKI, TIN KHAMB CHOUK, NAGPUR 4400187620187007
पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली में तुलसी सर्वरोग नाशक के रूप में मानी जाती है। होली बेसिल का हिंदी में नाम तुलसी है जिसका मतलब है “अतुलनीय”। ऐसी कोई भी जड़ी-बूटी नहीँ है जो तुलसी की तरह स्वास्थ्य लाभ देती हो। तुलसी जड़ी-बूटियों की रानी मानी जाती है। इसके अपने अंतहीन औषधीय गुण हैं। यहाँ तक कि संक्रमण का ईलाज के लिए इससे बढ़िया कोई भी जड़ी-बूटी नहीँ है।
तुलसी पौष्टिक गुणों से भरपूर है। यह विटामिन्स एवं मिनरल्स से युक्त है जैसे:- विटामिन ए, बीटाकेरोटीन, पोटैशियम, आयरन, कॉपर, मैगनीज और मैग्नीशियम। इसमें सबसे बढ़िया एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेंटरी, एंटी-वायरल, एंटी-एलर्जिक, और एंटी-डिसीज़ गुण हैं।
तुलसी पौष्टिक गुणों से भरपूर है। यह विटामिन्स एवं मिनरल्स से युक्त है जैसे:- विटामिन ए, बीटाकेरोटीन, पोटैशियम, आयरन, कॉपर, मैगनीज और मैग्नीशियम। इसमें सबसे बढ़िया एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेंटरी, एंटी-वायरल, एंटी-एलर्जिक, और एंटी-डिसीज़ गुण हैं।
तुलसी 200 बीमारियों में लाभदायक है :
- फ्लू, स्वाइनफ्लू, एलर्जी और अन्य साँस की बीमारियों में..
- डेंगू, बुखार, खाँसी-सर्दी और जुकाम में..
- जोड़ों के दर्द, गठिया, ब्लड-प्रेशर, मोटापा और शुगर में..
- हैपेटाइटिस, फेफड़ों में सूजन, नकसीर और अल्सर में..
- बवासीर, वीर्य की कमी, जलन और मूत्र-संबंधी रोगों में..
- तनाव, थकान, भूख की कमी, उल्टी, हिचकी और पेट दर्द में और अन्य रोगों में..
उपयोग :- श्री तुलसी की 1बूँद एक गिलास पानी में डालकर इस्तेमाल करें। प्रत्येक व्यक्ति को हर दिन श्री तुलसी की 4 से 5 बूँद जरूर लेनी चाहिये।
नोट :- श्री तुलसी को दूध में डालकर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और न ही तुलसी के सेवन के बाद दूध पीना चाहिए ।
नोट :- श्री तुलसी को दूध में डालकर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और न ही तुलसी के सेवन के बाद दूध पीना चाहिए ।
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